मनाली: भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बाढ़ व प्राकृतिक आपदा से प्रभावितों को दी जा रही राहत राशि में भेदभाव कर रही है। मनाली में पत्रकारों से बातचीत में गोविंद ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार चिन्हित प्रभावितों परिवारों को ही राहत राशि दे रही है जिसकी वह कड़ी निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा से प्रभावित सभी लोगों को एक सामान नुकसान के हिसाब से एक सामना राहत राशि आवंटित की जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश विपदा में है और हर जगह बरसात से भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि वह लगभग सभी प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर चुके हैं। कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां अभी तक सरकार को कोई नुमाइंदा नहीं पहुंचा है। जन जीवन को पटरी पर लाने के लिए युद्धस्तर पर काम करने की जरूरत है। अधिकतर सम्पर्क सड़कें बन्द पड़ी हुई है। पलम पहले ही बरसात की भेंट चढ़ गया है। अगर सड़कों की यही हालत रही तो सेब को भी सब्जी मंडियों में पहुंचना मुश्किल हो जाएगा।
पूर्व मंत्री ने कहा कि विपदा की घड़ी में केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आई इस आपदा की घड़ी में पहले दिन से ही केंद्र सरकार हिमाचल सरकार और प्रशासन के संपर्क में रही है। केंद्र सरकार प्रभावितों की हर संभव मदद कर रही है। राहत कार्य के लिए एनडीआरएफ की 13 टीमें प्रदेश में भेजी गई जिससे राहत कार्य का काम तेजी से हुआ। उन्होंने कहा कि केंद्र प्रदेश सरकार की हर सम्भव मदद कर रहा है लेकिन सरकार के मंत्री आभार जताने के बजाए अच्छे कार्यों का श्रेय अपने नाम करने में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि मनाली विधानसभा क्षेत्र में जो भी पुल उनके कार्यकाल में बने वो पुल आज क्षेत्र की ढाल बने हैं। गोविंद ठाकुर ने कहा कि सरकार युद्धस्तर पर राहत कार्यों को अंजाम दे ताकि जन जीवन जल्द पटरी पर लौट सके।
सरकार द्वारा बाढ़ व प्राकृतिक आपदा से प्रभावितों को राहत राशि देने में कर रही भेदभाव : गोविन्द ठाकुर






